रविवार, 1 जुलाई 2018

मुंबई के विक्टोरियन गोथिक एवं आर्ट डेको इंसेबल्स विश्व धरोहर संपदा घोषित, भारतीयों के लिए गौरव का पल

मुंबई के विक्टोरियन गोथिक एवं आर्ट डेको इंसेबल्स को बहरीन के मनामा में विश्व धरोहर संपदा घोषित किया गया

एक अन्य ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में, भारत के ‘मुंबई के विक्टोरियन गोथिक एवं आर्ट डेको इंसेबल्स‘ को यूनेस्को की विश्व धरोहर संपदा की सूची में अंकित किया गया। यह निर्णय आज बहरीन के मनामा में यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति के 42वें सत्र में लिया गया। जैसीकि विश्व धरोहर समिति ने अनुशंसा की, भारत ने इंसेबल का नया नाम ‘मुंबई के विक्टोरियन गोथिक एवं आर्ट डेको इंसेबल्स‘ स्वीकार कर लिया।
विक्टोरियन गोथिक एवं आर्ट डेको इंसेबल्स के हिस्से के रूप में राजाबाई क्लॉक टावर

भारत मानदंड (2) एवं (4) के तहत, जैसाकि यूनेस्को के संचालनगत दिशानिर्देशों में निर्धारित किया गया है, ‘मुंबई के विक्टोरियन गोथिक एवं आर्ट डेको इंसेबल‘ को विश्व धरोहर संपदा की सूची में अंकित करवाने में सफल रहा है।
इससे मुंबई सिटी अहमदाबाद के बाद भारत में ऐसा दूसरा शहर बन गया है जो यूनेस्को की विश्व धरोहर संपदा की सूची में अंकित है।इस ऐतिहासिक क्षण पर केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. महेश शर्मा ने मुंबई के निवासियों और पूरे देश को इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर बधाई दी है।
    विक्टोरियन गोथिक एवं आर्ट डेको इंसेबल के हिस्से के रूप में मुंबई विश्वविद्यालय

यह इंसेम्बल दो वास्तुशिल्पीय शैलियों, 19वीं सदी की विक्टोरियन संरचनाओं के संग्रह एवं समुद्र तट के साथ 20वीं सदी के आर्ट डेको भवनों से निर्मित्त है।
यह इंसेम्बल मुख्य रूप से 19वीं सदी के विक्टोरियन गोथिक पुनर्जागरण के भवनों एवं 20वीं सदी के आरंभ की आर्ट डेको शैली के वास्तुशिल्प से निर्मित्त है जिसके मध्य में ओवल मैदान है।  
यह उत्कीर्णन मानदंड (2) एवं (4) के तहत, जैसाकि यूनेस्को के संचालनगत दिशानिर्देशों में निर्धारित किया गया है, किया गया है।

इसके अतिरिक्त, देश के 42 स्थल विश्व धरोहर की प्रायोगिक सूची में हैं और संस्कृति मंत्रालय प्रत्येक वर्ष यूनेस्को को नामांकन के लिए एक संपत्ति की अनुशंसा करता है।

मुंबई के विक्टोरियन गोथिक एवं आर्ट डेको इंसेबल के एक हिस्से के रूप में इम्प्रेस कोर्ट





(Source:pib.nic.in)
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शुक्रवार, 1 जून 2018

डेक्कन रेल सेवा के शानदार 88 साल

‘डेक्कन क्वीन’ रेल सेवा के आज 88 वर्ष संपन्न हुए 

01 जून, 1930 को महाराष्ट्र के दो प्रमुख शहरों के बीच भारतीय रेल की अग्रणी डेक्कन क्वीन रेल सेवा शुरू हुई थी, जो ग्रेट इंडियन पेनिनसूला (जीआईपी) रेलवे की प्रमुख ऐतिहासिक उपलब्धि थी। इस क्षेत्र के दो महत्वपूर्ण शहरों में सेवा प्रदान करने के लिए यह पहली डीलक्स रेलगाड़ी शुरू की गई थी और दक्खन की रानी के तौर पर प्रसिद्ध पुणे शहर के नाम पर इसका नाम रखा गया था।  
IMG-20180530-WA0045 (1).jpg
शुरू में रेलगाड़ी में 7 डिब्बों के दो रैक थे। प्रत्येक को लाल रंग के सजावटी सांचों में सिल्‍वर रंग और अन्य पर नीले रंग के सांचों में सुनहरे रंग की रेखा उकेरी गई थी। डिब्बों के मूल रैक की नीचे की फ्रेम का निर्माण इंग्लैंड में, जबकि डिब्बों का ढांचा जीआईपी रेलवे के माटुंगा कारखाने में निर्मित किया गया था।
 शुरूआत में डेक्कन क्वीन में केवल प्रथम और द्वितीय श्रेणी थी। प्रथम श्रेणी को 01 जनवरी, 1949 को बंद कर दिया गया और द्वितीय श्रेणी की डिजाइन दोबारा तैयार कर इसे प्रथम श्रेणी में परिवर्तित किया गया। इसके बाद जून 1955 में इस रेल गाड़ी में पहली बार तृतीय श्रेणी उपलब्ध करायी गई। इसे अप्रैल, 1974 से द्वितीय श्रेणी के तौर पर दोबारा डिजाइन किया गया था। 1966 में मूल रैकों के डिब्बों के स्थान पर इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, पैरांबुर द्वारा निर्मित टेलीस्कोप रोधी स्टील के ढांचे वाले डिब्बे लगाए गए। इन डिब्बों में अधिक आराम के लिए इसकी डिजाइन और आंतरिक साज-सज्जा में सुधार किए गए। रैक में डिब्बों की संख्या भी 7 से बढ़ाकर 12 कर दी गई। वर्तमान में इसमें अब 17 डिब्बे हैं।

(Source:pib.nic.in)
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गुरुवार, 31 मई 2018

देश में साहसिक पर्यटन (Adventure Tourism ) पर पहला दिशा-निर्देश जारी

पर्यटन मंत्री ने साहसिक पर्यटन पर सरकार का अब तक का पहला दिशा-निर्देश जारी किया 

साहसिक पर्यटन के 15 भूमि आधारित, 7 वायु आधारित और 7 जल आधारित गतिविधियों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए
Launch of the Indian Adventure Tourism Guidelines by the Minister Of Tourism
Notably 2018 is declared as The Year Of Adventure Travel in India.
 पर्यटन राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री के.जे. अल्‍फोंस ने नई दिल्‍ली में आज साहसिक पर्यटन पर भारत सरकार के दिशा-निर्देश जारी किए। साहसिक खेलों को सुरक्षित बनाने की कोशिश के तहत भारत में साहसिक पर्यटन के लिए सुरक्षा और गुणवत्‍ता मानकों वाला जारी यह दिशा-निर्देश एडवेंचरटूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इण्डिया (एटीओएआई) के सहयोग से बनाए गए।
     पर्यटन मंत्री ने दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा कि भारत में हिमालय से लेकर समुद्र तटों तक साहसिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। श्री अल्‍फोंस ने कहा कि ये दिशा-निर्देश भारत में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने की एक शुरूआत है और उन्‍होंने इसके विकास में शामिल सभी हितधारकों को पूरा सहयोग देने की बात कही, ताकि इस क्षेत्र की संभावनाओं का दोहन किया जा सके। श्री अल्‍फोंस ने यह भी कहा कि इसके लिए वैश्विक स्‍तर की सुविधाएं विकसित की जाएंगी और कुशल सहयोगी कर्मचारी भी तैयार किया जाएंगे।
    इस अवसर पर पर्यटन सचिव श्रीमती रशिम वर्मा ने बताया कि राज्‍य सरकारों, पर्यटन संचालकों जैसे हितधारकों की सलाह से दिशा-निर्देश तैयार किए गए हैं और अब इन्‍हें अपनाने की जरूरत है, ताकि भारत को अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर का प्रशंसित साहसिक पर्यटन स्‍थल बनाया जा सके।
   एटीओएआई के अध्‍यक्ष श्री स्‍वदेश कुमार ने दिशा-निर्देश लाने के लिए मंत्रालय और अन्‍य हितधारकों को धन्‍यवाद दिया और बताया कि उनका संघ आयोजित क्षेत्र में सभी हितधारकों को शामिल करने में रूचि लेगा।
   इस पहल का उद्देश्‍य साहसिक टून ऑपरेटरों को इन सुरक्षित दिशा-निर्देशों को बेहतर तरीके से लागू करने में उनकी रूचि को बढ़ाना है। इन दिशा-निर्देशों के तहत भूमि, वायु और जल आधारित गतिविधियां- पर्वतारोहण, ट्रेकिंग, बंजी जंपिंग, पैराग्लाइडिंग, कयाकिंग, स्‍कूबा डाइविंग, स्नॉर्कलिंग, रिवर राफ्टिंग इत्‍यादि शामिल  हैं। यह दिशा-निर्देश 15 भूमि आधारित, 7 वायु आधारित और 7 जल आधारित गतिविधियों के लिए बनाए गए हैं, जिसमें भारत में उपलब्‍घ सभी साहसिक पर्यटन शामिल हैं।


(Source:pib.nic.in)
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बुधवार, 23 मई 2018

अप्रैल में पर्यटन से विदेशी मुद्रा कमाई 10% बढ़ी -सरकार

अप्रैल 2018 में विदेशी मुद्रा आय में अप्रैल 2017 के मुकाबले 10.2% की वृद्धि दर्ज की गई 
भारतीय रिजर्व बैंक के भुगतान संतुलन के यात्रा मद के क्रेडिट डाटा के आधार पर पर्यटन मंत्रालय भारत में पर्यटन के माध्यम से रुपये और डॉलर के रूप में मासिक विदेशी मुद्रा अर्जन (एफईई) का अनुमान लगाता है।
अप्रैल 2018 के लिए भारत में पर्यटन से विदेशी मुद्रा अर्जन के अनुमानों की मुख्य विशेषताएं नीचे दी गई हैं:
पर्यटन से विदेशी मुद्रा अर्जन (रुपये में)

·        अप्रैल 2017 के 14,260 करोड़ रुपये की तुलना में अप्रैल 2018 के दौरान विदेशी मुद्रा अर्जन 15,713 करोड़ रुपये हुई।
·        अप्रैल 2017 की तुलना में अप्रैल 2018 में विदेशी मुद्रा अर्जन की वृद्धि दर 10.2% फीसदी रही।
·        जनवरी-अप्रैल 2018 के दौरान विदेशी मुद्रा अर्जन जनवरी-अप्रैल 2017 की तुलना में 14.2% वृद्धि के साथ जनवरी-अप्रैल 2017 के 60,079 करोड़ रुपये के मुकाबले 14.2वृद्धि के साथ 68,629 करोड़ रुपये रही।
पर्यटन से विदेशी मुद्रा अर्जन (डॉलर में)

·        अप्रैल 2017 के 2.211 अरब अमेरिकी डॉलर की तुलना में अप्रैल 2018 के दौरान विदेशी मुद्रा अर्जन 2.393 अरब डॉलर रही।
·        अप्रैल 2017 की तुलना में अप्रैल 2018 में विदेशी मुद्रा अर्जन की वृद्धि दर 8.2% फीसदी रही।
·        जनवरी-अप्रैल 2018 के दौरान विदेशी मुद्रा अर्जन जनवरी-अप्रैल 2017 के 9.044 अरब अमेरिकी डॉलर की तुलना में 17.4% वृद्धि के साथ 10.621 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। जनवरी-अप्रैल 2017 में जनवरी-अप्रैल 2016 के मुकाबले 17.5% की वृद्धि रही।

(Source:pib.nic.in)

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(Trimbkeshwar Temple, Nashik, Maharashtra त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर...
((छत्रपति शिवाजी महाराज का प्रतापगढ़ किला ; Chhatrapati ShivaJi Maharaj Ka...
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मंगलवार, 22 मई 2018

अप्रैल में विदेशी सैलानियों का आगमन सालाना 4.4% बढ़ा

अप्रैल 2018 में 7 लाख से अधिक विदेशी पर्यटकों का आगमन, अप्रैल 2017 की तुलना में विदेशी पर्यटकों की संख्या में 4.4% की वृद्धि दर्ज 

अप्रैल 2017 की तुलना में अप्रैल 2018 में ई-टूरिस्ट वीजा पर विदेशी पर्यटकों के आगमन में 37.2% की बढ़ोतरी
पर्यटन मंत्रालय आप्रवासन ब्यूरो से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर विदेशी पर्यटकों के आगमन (एफटीए) और ई-टूरिस्ट वीजा पर आने वाले विदेशी पर्यटकों का मासिक आंकड़ा तैयार करता है। अप्रैल, 2018 के दौरान विदेशी पर्यटकों के आगमन (एफटीए) और ई-टूरिस्ट वीजा पर आने वाले विदेशी पर्यटकों के बारे में निम्नलिखित मुख्य अंश हैं।

विदेशी पर्यटकों के आगमन (एफटीए):
  • अप्रैल, 2017 में 7,17,899 की तुलना में अप्रैल, 2018 में 4.4% की वृद्धि दर्ज करते हुए 7,49,477 विदेशी पर्यटक आए।

  • जनवरी-अप्रैल, 2017 में 34,98,969 की तुलना में जनवरी-अप्रैल 2018 में 10.8% की वृद्धि दर्ज करते हुए 38,76,021 विदेशी पर्यटक आए।

  • अप्रैल, 2018 के दौरान भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन की प्रतिशत हिस्सेदारी शीर्ष 15 स्रोत देशों बांग्लादेश (24.32%), अमेरिका (11.21%), ब्रिटेन (9.14%), श्रीलंका (3.48%), ऑस्ट्रेलिया (3.33%), मलेशिया (3.06%), चीन (2.62%), कनाडा (2.53%), जर्मनी (2.48%), फ्रांस (2.33%), जापान (2.22%) रूसी महासंघ (2.07%), थाईलैंड (1.70%), अफगानिस्तान (1.65%) और नेपाल (1.64%) में सर्वोच्च रही।

  • अप्रैल, 2018 के दौरान भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन की प्रतिशत हिस्सेदारी 15 शीर्ष बंदरगाहों में सर्वोच्च रही। इनमें सबसे अधिक दिल्ली हवाई अड्डा (28.75%), उसके बाद मुंबई हवाई अड्डा (14.46%), हरिदासपुर लैंड चेक पोस्ट (11.40%), चेन्नई हवाई अड्डा (7.44%), बेंगलुरू हवाई अड्डा (5.81%), कोलकाता हवाई अड्डा (5.58%), कोचीन हवाई अड्डा (4.21%), हैदराबाद हवाई अड्डा (2.64%), गेडे रेल लैंड चेक पोस्ट (2.63%), गोवा हवाई अड्डा (2.30%), गोजडंगा लैंड चेक पोस्ट (1.63%), अहमदाबाद हवाई अड्डा (1.28%), त्रिवेन्द्रम हवाई अड्डा (1.21%), अमृतसर हवाई अड्डा (1.06%) और चितपुर रेलवे स्टेशन (0.99%) की हिस्सेदारी रही है।

ई-टूरिस्ट वीजा पर आने वाले विदेशी पर्यटक:
  • ई-टूरिस्ट वीजा पर अप्रैल, 2017 के दौरान 1,14,469 की तुलना में अप्रैल, 2018 के दौरान 37.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए 1,57,094 विदेशी पर्यटक आए।

  • ई-टूरिस्ट वीजा पर जनवरी-अप्रैल 2017 के दौरान 5,81,783 की तुलना में जनवरी-अप्रैल 2018 में 57.9 फीसदी की वृद्धि दर्ज करते हुए 9,18,792 विदेशी पर्यटक आए।

  • अप्रैल 2018 के दौरान ई-टूरिस्ट वीजा सुविधा का लाभ ले रहे 15 स्रोत देशों में विदेशी पर्यटकों के आगमन की सबसे अधिक प्रतिशत हिस्सेदारी ब्रिटेन (16.3%) की दर्ज की गई। इसके बाद अमेरिका (11.0%), चीन (5.8%), ऑस्ट्रेलिया (5.5%), फ्रांस (5.3%), थाइलैंड (4.3%), जर्मनी (4.0%), कनाडा (3.5%), ओमान (3.2%), रूसी महासंघ (3.0%), मलेशिया (2.2%), इटली (2.1%), दक्षिण अफ्रीका (1.8%), स्पेन (1.8%) और कोरिया गणराज्य (1.7%) का स्थान रहा।

  • अप्रैल 2018 के दौरान ई-टूरिस्ट वीजा पर पर्यटक आगमन में 15 शीर्ष बंदरगाहों की प्रतिशत हिस्सेदारी सबसे अधिक नई दिल्ली हवाई अड्डे से (46.2%) रही। इसके बाद मुंबई हवाई अड्डा (17.4%), बेंगलुरू हवाई अड्डा (6.8%), चेन्नई हवाई अड्डा (6.1%), दाबोलिम (गोवा) हवाई अड्डा (4.5%), कोच्चि सीपोर्ट (4.4%), कोच्चि हवाईअड्डा (3.4%), हैदराबाद हवाई अड्डा (2.5%), कोलकाता हवाई अड्डा (2.4%), अमृतसर हवाई अड्डा (1.3%), त्रिवेन्द्रम हवाई अड्डा (1.1%), जयपुर हवाई अड्डा (1.0%), अहमदाबाद हवाई अड्डा (1.0%), त्रिचि हवाई अड्डा (0.5%) और कालीकट हवाई अड्डा (0.4%) का स्थान रहा।

(Source:pib.nic.in)

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Mahabodhi Mandir, Bodh Gaya: कैसे जाएं, कहां ठहरें, कहां कहां घूमें

महाबोधि मंदिर; वह ऐतिहासिक जगह जहां गौतम बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था Mahabodhi Temple, Where the Buddha is said to have attained enlighte...